उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को वित्तीय 2020-21 का बजट पेश किया। इस बजट में नोएडा एयरपोर्ट के लिए 2000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। यह रकम नोएडा एयरपोर्ट के दूसरे चरण की जमीन अधिग्रहित करने पर खर्च होगी। दूसरे चरण में इसे चार से छह रनवे का बनाने का प्लान है।
837 करोड़ रुपये पुनर्वास व अन्य के लिए भी इसी अनुपात में प्रदेश सरकार, नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यीडा ने दिया है। एयरपोर्ट का पहला चरण दो रनवे का होगा। इसका काम शुरू होने की तिथि से तीन साल में पूरा हो सकेगा। 2023 में उड़ान सेवा शुरू करने का लक्ष्य है। वहीं, दूसरे चरण में एयरपोर्ट को चार से छह रनवे का बनाने की तैयारी भी शुरू हो गई है। प्रदेश सरकार ने जमीन अधिग्रहित करने के लिए बजट में 2000 करोड़ रुपये का प्रावधान कर दिया है।
इस रकम को दूसरे चरण की जमीन खरीदने में की गई है। प्राइस वाटरहाउस कूपर (पीडब्ल्यूसी) कंपनी इसकी तकनीकी रिपोर्ट तैयार कर रही है। उसके बाद पता चल सकेगा कि दूसरे फेज (चार से छह रनवे) के लिए कितनी जमीन ली जाएगी। बता दें, कि नोएडा एयरपोर्ट और एयरोसिटी के लिए पांच हजार हेक्टेयर जमीन आरक्षित है।
परिसंपित्तयों के लिए बांटे 11.98 करोड़, पांच गांवों के 272 किसानों के खाते में भेजी रकम
नोएडा एयरपोर्ट के प्रभारी अधिकारी डिप्टी कलेक्टर अभय कुमार सिंह ने बताया कि नोएडा एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहित जमीन से जुड़े किसानों को परिसंपत्तियों (मकान, पेड, बोरिंग, नौकरी) के बदले मिलएने वाली पांच लाख रुपये की रकम दी गई है। पहले दिन रोही के 125, दयानतपुर के 91, किशोरपुर के 22, रनहेरा के 32 किसानों व पारोही के 2 किसानों को 11.98 करोड़ रुपये करोड़ मुआवजा बांटा गया। बचे हुए किसानों की भी मुआवजा राशि उनके खाते में भेज दी जायगी। उन्होंने बताया कि एक माह में सभी किसानों के खाते में परिसंम्पत्तियों की राशि पहुंच जाएगी।
एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट
बजट में नोएडा एयरपोर्ट के लिए 20 हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है, जो एशिया का सबसे बड़े एयरपोर्ट के रूप में जाना जाएगा। इससे आसपास के क्षेत्रों में निवेश की भरमार होगी। दुनिया का हर निवेशक अब उत्तर प्रदेश में निवेश करना चाहता है। उत्तर प्रदेश सरकार ने 5.12 लाख करोड रुपये का बजट पेश किया है जो उत्तर प्रदेश के इतिहास का सबसे बडा बजट है।
धीरेंद्र सिंह, जेवर विधायक